हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,निज़ाम-ए-मुस्तफ़ा पार्टी के चेयरमैन और पूर्व संघीय पेट्रोलियम मंत्री डॉ. हाजी मोहम्मद हनीफ तैय्यब ने ग़ाज़ा, फिलिस्तीन की लगातार बिगड़ती हुई असहनीय स्थिति पर जामिया मस्जिद सेंट्रल फायर ब्रिगेड में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ग़ाज़ा में इस्राइली बर्बर हमले लगातार जारी हैं।
रोज़ाना दर्जनों फिलिस्तीनी शहीद और घायल हो रहे हैं। इस्राइली हमलों में फिलिस्तीनी शहीदों की संख्या 60 हज़ार तक बताई जा रही है, जबकि डेढ़ लाख से अधिक घायल हैं।
अगर वास्तविकता देखी जाए तो शहीदों और घायलों की संख्या इससे कई गुना अधिक है। सहायता के इंतज़ार में बैठे फिलिस्तीनियों पर बमबारी की जा रही है। भोजन, दवाइयों और पानी तक पहुंच मुश्किल होती जा रही है।
उन्होंने कहा कि ग़ाज़ा में भूख से तड़पते बच्चों की शहादत हो रही है, ग़ाज़ा की जनता मजबूरी के आंसू बहा रही है, चीख-चीख कर मुस्लिम शासकों की अंतरात्मा को झकझोर रही है।
संयुक्त राष्ट्र की अपनी ही रिपोर्ट के अनुसार 70 हज़ार से अधिक बच्चे गंभीर कुपोषण का शिकार हैं। इलाज की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। घर मिट्टी के ढेर में तब्दील हो गए हैं।
इतनी गंभीर स्थिति के बावजूद मुस्लिम शासक चुपचाप तमाशाई बने बैठे हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की संवेदनहीनता पर एक सवालिया निशान है। उनकी आपराधिक चुप्पी इस जुर्म में अप्रत्यक्ष रूप से साझेदारी के बराबर है।
डॉ. हाजी मोहम्मद हनीफ तैय्यब ने मुस्लिम शासकों और वैश्विक ताकतों से अपील की कि वे फिलिस्तीनियों पर इस्राइली अत्याचारों को रोकने के लिए अपनी जिम्मेदारियां पूरी करें।
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